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Relaxed Moments
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फुरसत के पल
बाढ़ की संभावनाएँ….
बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैऔर नदियों के किनारे घर बने हैं. चीड़ बन में आँधियों की बात मत करइन दरख्तों के बहुत नाजुक तने हैं. इस तरह टूटे हुए चेहरे नहीं हैजिस तरह टूटे हुए ये आयने हैं. आप की कालीन देखेंगे किसी दिनइस समय तो पाँव कीचड में सने हैं. जिस तरह चाहो बजा लो इस...
एक बची चिंगारी
एक बची चिंगारी चाहे चिता जला या दीप. जीर्ण थकित लुब्धक सूरज की लगन को है आँखफिर प्रचीति से उडा तिमिर खग, खोल सांज की पांखहुई आरती की तैयारी शंख खो दिया सीप.... मिल सकता मन्वंतर क्षण चूका सको यदि मोलरह जायेंगे कालकंठ में माटी के फूल बोल आदत से आबद्ध गतागत फिर क्या दूर...
खुले नयन से सपने देखो
खुले नयन से सपने देखो, बंद नयन से अपने.अपने तो रहते हैं भीतर, बाहर रहते सपने. नाम रूप की भीड़ जगत में, भीतर एक निरंजनसुरति चाहिए अंतर्दृक को, बाहर दृक को अंजन. देखे को अनदेखा कर के अनदेखे को देखा क्षर लिख लिख तू रहा निरक्षर, अक्षर सदा...
विरंगुळा
क्रियासिद्धिः सत्त्वे भवति
क्रियासिद्धिः सत्त्वे भवति रथस्यैकं चक्रं भुजगयमिता सप्त तुरगाः निरालंबो मार्गः चरणविकलः सारथिरपि रविर्यात्येवान्तं प्रतिदिनमपारस्य नभसः क्रियासिद्धिः सत्त्वे भवति महतां नोपकरणे. 1 विजेतव्या लङ्का चरण तरणीयो जलनिधिः विपक्षो पौलत्स्यः रणभुवि सहायाश्च कपयः तथापि मर्त्यो...
‘Outdated’ झालंय आयुष्य
'Out dated' झालंय आयुष्य स्वप्नही 'download' होत नाहीसंवेदनांना 'virus' लागलायदु:खं 'send' करता येत नाही जुने पावसाळे उडून गेलेत'delete' झालेल्या 'file' सारखेअन घर आता शांत असतं'range' नसलेया 'mobile' सारखे 'hang' झालेय 'PC' सारखीमातीची स्थिती वाईटजाती माती...
लावण्य रेखा
लावण्य रेखा देखणे ते चेहरे जे प्रांजळाचे आरसेगोरटे व सावळे ह्या मोल नाही फारसेतेच डोके देखणे जे कोंडीते साऱ्या नभावोळीती दुःखे जगाची सांडिती चंद्रप्रभा देखणे ते ओठ जे की ओविती मुक्ताफळेआणि ज्यांच्या लाघवाने सत्य होते कोवळेदेखणे ते हात ज्यांना निर्मितीचे डोहळेमंगलाने...
હળવાશ
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