Just a Mom!

While applying for her driver’s license, Deepa was asked by the clerical staff to state her occupation. Deepa hesitated, uncertain how to clarify herself. “What I mean is” explained the clerk. “ Do you have a job, or are you just a …”“Of course I have a job.”snapped...

फूल से बोली कली

फूल से बोली कली, क्यों व्यस्त मुरझाने में है?फायदा क्या गंध औ’ मकरंद बिखराने में है? तू स्वयं को बांटता है, जिस घडी से तू खिलाकिन्तु उस उपकार के बदले में तुझको क्या मिला? देख मुझ को, सब मेरी खुशबू मुझी में बंद हैमेरी सुन्दरता है अक्षय, अनछुआ मकरंद है में किसी...

बात ऐसी कर

बात ऐसी करजिसमें कुछ दम हो.जो न सेरों से, न छटाकों सेमगर मन से तुले.खो न जाए गूंजकर आकाश मेंमन में घुले. बात ऐसी कर जिसकी कुछ असर हो.बात ऐसी कह जिसका ठीक सर हो, धड हो.बात का भी होता हैनिजी अस्तित्व अपनाठीक जैसा आदमी का .बात लेती जन्म, जीती है और मरती है.कफ़न देकर...

आओ कोलाहल को स्वर दें

बिखरे भावों को शब्दशब्द को गीतगीत को लय देंआओ कोलाहल को स्वर दें. वर्षा के जल को प्रवाहप्रवाह को दिशानदी को भागीरथ तट देंआओ कोलाहल को स्वर दें. संशय भरे अनिश्चय को निष्ठानिष्ठा को विश्वासविश्वास को संकल्पित मन देआओ कोलाहल को स्वर दें. भटके लोगों को राहराह को...

बाढ़ की संभावनाएँ….

बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैऔर नदियों के किनारे घर बने हैं. चीड़ बन में आँधियों की बात मत करइन दरख्तों के बहुत नाजुक तने हैं. इस तरह टूटे हुए चेहरे नहीं हैजिस तरह टूटे हुए ये आयने हैं. आप की कालीन देखेंगे किसी दिनइस समय तो पाँव कीचड में सने हैं. जिस तरह चाहो बजा लो इस...